सर्च इंजन एक सॉफ़्टवेयर होता है जो इंटरनेट पर उपलब्ध सामग्री को खोजने में मदद करता है। ये सामग्री वेब पेज, फ़ाइलें, छवियाँ, वीडियो, ब्लॉग्स, न्यूज़ आर्टिकल्स, और अन्य विभिन्न धरोहरों को शामिल कर सकती है।
सर्च इंजन के काम करने की प्रक्रिया चार मुख्य चरणों में सम्मिलित होती है:
- क्रॉलिंग (Crawling): सर्च इंजन एक विशाल नेटवर्क ऑफ़ आउटोमेटेड बॉट्स या स्पाइडर्स का इस्तेमाल करके इंटरनेट पर उपलब्ध सभी सामग्री को खोजता है। ये बॉट्स वेब पेज को पहचानते हैं, उन्हें अनुसंधान करते हैं, और सभी सामग्री को एक सीमित समय में इंडेक्स करते हैं।
- इंडेक्सिंग (Indexing): सामग्री को इंडेक्सिंग के दौरान, सर्च इंजन विभिन्न विशेषताओं को नोट करता है जैसे कि शीर्षक, URL, मेटा टैग, और सामग्री का विवरण। इस प्रक्रिया में समय लग सकता है, लेकिन इससे सामग्री को खोज के लिए जल्दी से और सही ढंग से प्रस्तुत किया जा सकता है।
- रैंकिंग (Ranking): जब किसी व्यक्ति को सर्च इंजन में किसी विशेष कीवर्ड के लिए खोज किया जाता है, सर्च इंजन उन वेब पेज्स को प्रदर्शित करने के लिए उनकी रैंकिंग करता है। इसमें कई फैक्टर्स शामिल होते हैं जैसे कि पेज की गुणवत्ता, योग्यता, और पॉपुलैरिटी।
- प्रदर्शन (Display): अंत में, सर्च इंजन उपयोगकर्ताओं को उनके खोज के आधार पर परिणाम प्रदर्शित करता है। यह परिणाम विशिष्ट आधारों पर सॉर्ट किए जाते हैं, जिसमें उपयोगकर्ता के आवश्यकताओं और सर्च इंजन के एल्गोरिदम्स शामिल होते हैं।
सर्च इंजन के जबानी में आपको Google, Yahoo, Bing, जैसे प्रमुख सर्च इंजन नाम सुनने को मिलेंगे। ये सर्च इंजन उपयोगकर्ताओं के सवालों का जवाब तलाशने में मदद करते हैं और उन्हें विभिन्न स्रोतों से जानकारी प्रदान करते हैं।
सर्च इंजन (Search Engine) एक ऑनलाइन टूल है जो उपयोगकर्ताओं को इंटरनेट पर जानकारी खोजने में मदद करता है। यह टूल उपयोगकर्ताओं को विशेष शब्दों या वाक्यांशों (कीवर्ड) के आधार पर उपयुक्त वेबसाइट्स और डेटा को खोजता है। जब उपयोगकर्ता एक क्वेरी (खोजने का शब्द) देता है, तो सर्च इंजन उस क्वेरी का अनुगमन करता है और उपयुक्त वेबसाइट्स को खोजने का प्रयास करता है।
कुछ प्रमुख सर्च इंजन हैं:
- Google: गूगल दुनिया का सबसे लोकप्रिय सर्च इंजन है जो अधिकांश उपयोगकर्ताओं का पसंदीदा है।
- Yahoo: याहू भी एक प्रसिद्ध सर्च इंजन है जो विशेष रूप से खबरों, मनोरंजन, और अन्य क्षेत्रों में लोकप्रिय है।
- Bing: बिंग माइक्रोसॉफ्ट द्वारा विकसित एक और प्रमुख सर्च इंजन है।
जब उपयोगकर्ता अपने कीवर्ड को दर्ज करता है, सर्च इंजन उसके लिए विभिन्न वेबसाइट्स को खोजता है और उन्हें प्राथमिकता क्रम में प्रदर्शित करता है। उपयोगकर्ता फिर उन वेबसाइट्स में से किसी भी एक को चुनकर जानकारी प्राप्त कर सकता है।
इस तरह, सर्च इंजन उपयोगकर्ताओं को विश्वसनीय, सटीक, और संबंधित जानकारी प्रदान करने में मदद करता है।
निम्नलिखित हैं कुछ प्रमुख खोज इंजन और उनके नाम:
- Bing
- Yahoo
- Ask.com
- AOL.com
- Baidu
- Wolframalpha
- DuckDuckGo
- Internet Archive
- Yandex.ru
भारतीय सर्च इंजन का उपयोग करना विशेषकर विश्वसनीयता, भाषा समर्थन, और देश के स्थानीय विषयों पर अधिक ध्यान केंद्रित करने के लिए महत्वपूर्ण हो सकता है।
यहां कुछ भारतीय सर्च इंजन के नाम हैं जो वर्तमान में उपलब्ध हैं:
- गूगल भारत (Google India): गूगल की भारत वर्शन जो भारत के स्थानीय भाषाओं और विषयों पर ध्यान केंद्रित करता है।
- याहू भारत (Yahoo India): याहू भारत भी भारतीय उपयोगकर्ताओं के लिए विशेषकर सामाजिक, खेल, और स्थानीय समाचारों पर ध्यान केंद्रित करता है।
- रेडिफ्फम (Rediff.com): रेडिफ्फम भी भारतीय सर्च इंजन के रूप में जाना जाता है, जो समाचार, मनोरंजन, और अन्य स्थानीय सामग्री प्रदान करता है।
- इंडियन सर्च (Indian Search): यह भारतीय सर्च इंजन भारतीय उपयोगकर्ताओं के लिए विशेष रूप से तैयार किया गया है।
- अस्क जी (Ask.com India): अस्क जी भारत के उपयोगकर्ताओं के लिए उपयुक्त सामग्री प्रदान करने के लिए एक अन्य विकल्प है।
ये सभी सर्च इंजन भारतीय उपयोगकर्ताओं के लिए विशेष रूप से तैयार किए गए हैं और उन्हें उनकी भाषा, संस्कृति, और स्थानीय रुचियों के अनुसार समागत किया गया है।
सर्च इंजन काम करने के लिए तीन मुख्य चरण होते हैं: Crawling, Indexing, और Ranking & Retrieval.
Crawling (क्रॉलिंग):
सर्च इंजन क्रॉलिंग के द्वारा इंटरनेट पर विभिन्न वेबसाइटों के डेटा को संग्रहित करता है।
यहां, एक अल्गोरिदम विभिन्न वेबसाइटों पर जाकर हर पृष्ठ के लिंक, टेक्स्ट, छवियों और अन्य सामग्रियों को स्कैन करता है।
यह सामग्री और लिंक्स को इंजन के डेटाबेस में संग्रहित करता है ताकि उसे अगले चरण में उपयोग किया जा सके।
Indexing (सूचीकरण):
क्रॉलिंग के बाद, सर्च इंजन संग्रहित डेटा को विशिष्ट शब्दों या टर्म्स के साथ अनुक्रमित करता है। इसे इंडेक्स कहा जाता है।
इंडेक्स में, हर शब्द या टर्म के खुदरा एंट्री होती है, जिसमें उस शब्द या टर्म का प्रारंभिक स्थान और उसका उपयोग किस वेबसाइट पर हुआ है, वह संदेश और अन्य जानकारी शामिल होती है।
इंडेक्सिंग के बाद, उपयोगकर्ता द्वारा की जाने वाली खोज में वेबसाइट का संबंधित अनुभाग तेजी से पता लगाया जा सकता है।
Ranking & Retrieval (रैंकिंग और पुनरावृत्ति):
यह चरण सबसे महत्वपूर्ण है, यहां सर्च इंजन निर्धारित क्रम में वेब पेज को प्रदर्शित करता है जो उपयोगकर्ता की खोज के अनुसार सबसे अच्छे हों।
रैंकिंग में, विभिन्न क्राइटीरिया जैसे कि वेब पेज की गुणवत्ता, वेबसाइट की पॉपुलैरिटी, और अन्य मानकों के आधार पर प्रत्येक वेब पेज को अंकित किया जाता है।
उपयोगकर्ता के द्वारा दी गई खोज के लिए सबसे अच्छे परिणामों को दिखाने के लिए, सर्च इंजन यह अंकित पेज्स की एक सूची बनाता है और उपयोगकर्ता के लिए प्रस्तुत करता है।
इस प्रकार, सर्च इंजन क्रॉलिंग, सूचीकरण, और रैंकिंग के तीन चरणों के माध्यम से काम करता है
Crawling का मतलब होता है इंटरनेट पर उपलब्ध वेबसाइटों को स्कैन करना और उनके सारे डाटा को संग्रहित करना। यह एक अत्यंत महत्वपूर्ण क्रिया है जो सर्च इंजन्स के लिए वेबसाइट को खोजने और प्रदर्शित करने में मदद करती है। इस प्रक्रिया में, क्रॉलर नामक बोट्स वेबसाइट के प्रत्येक पेज को लिंक करके उसकी सामग्री को स्कैन करते हैं और उसे इंडेक्स करते हैं।
वेबसाइट को क्रॉल कैसे किया जाता है? वेबसाइट को क्रॉल करने के लिए, सर्च इंजन द्वारा एक स्वचालित बोट (क्रॉलर या स्पाइडर) को वेबसाइट के सभी पेजों का निरीक्षण किया जाता है। यह बोट्स हर एक पेज को बारीकी से खोजते हैं, जैसे कि पेज का टाइटल, मेटा टैग, कीवर्ड्स, बैकलिंक, छवियाँ, वीडियो आदि।
इसके बाद, जब बोट्स किसी नए पेज को खोजते हैं, तो वे उसे बैक-एंड प्रोसेसिंग के लिए भेजते हैं, जिसमें पेज की मेटा टैग, कीवर्ड्स, बैकलिंक, छवियाँ, वीडियो आदि की जानकारी इंडेक्स की जाती है। इसके साथ ही, ये बोट्स जांचते हैं कि इस पेज के साथ किन-किन पेजों का लिंक है।
जब बोट्स किसी नए पेज को खोजते हैं, तो यह प्रक्रिया पुनः संचालित होती है – जिसे क्रॉलिंग, बैक-एंड प्रोसेसिंग और इंडेक्सिंग कहा जाता है। इसके बाद, सर्च इंजन्स इस इंडेक्स को बारीकी से संरचित करते हैं ताकि उपयोगकर्ताओं को योग्य और संबंधित जवाब दिए जा सकें।
तो, यही होता है क्रॉलिंग की प्रक्रिया जो सर्च इंजन्स को उपयुक्त और संबंधित जानकारी प्रदान करने में सहायक होती है।
Indexing एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें जब भी क्रॉल किया जाता है, वहाँ मिलने वाले सभी डेटा को डेटाबेस में संग्रहित किया जाता है। यह डेटा विभिन्न पैरामीटर्स जैसे कि लेखक का नाम, पुस्तक का नाम, पुस्तक की प्रति को पढ़ने के लिए हर पृष्ठ को क्रॉल करके उपलब्ध होता है। इस प्रक्रिया को इंडेक्सिंग कहा जाता है। एक उदाहरण के रूप में, यदि आपके पास कई किताबें हैं, तो उन किताबों के लेखक के नाम, किताब का नाम, और प्रत्येक पृष्ठ की जानकारी को क्रॉल करना क्रॉलिंग होता है, लेकिन इस जानकारी को लिस्टिंग करना इंडेक्सिंग होता है।
सर्च इंजन सिर्फ़ एक वेबसाइट को क्रॉल नहीं करता है, बल्कि उन सभी वेबसाइट्स को क्रॉल और इंडेक्स करता है जो उपलब्ध होते हैं।
गूगल सर्च सम्मेलन के मुताबिक, गूगल स्पाइडर दिन में लगभग 3 ट्रिलियन पेज क्रॉल करता है। यह इसका मतलब है कि गूगल के पास दुनिया भर में मौजूद जितना जानकारी है, उसका एक बड़ा लाइब्रेरी है।
गूगल सर्च इंजन डेटा का बड़ा सर्वर होता है, जहां डेटा को पेटाबाइट ड्राइव्स में संग्रहित किया जाता है।
Ranking and Retrieval
Search engine का यह आखिरी स्टेप है, लेकिन यह बहुत ही ज्यादा complex होता है। जब आप कुछ Google में search करते हैं, सबसे पहले search का काम यह होता है कि जिसकी जानकारी को आप search कर रहे हैं उसी exact जानकारी को आपको मिले। लोगों का search engine पर तभी भरोसा होता है जब वह user relevant content ढूंढकर दिखाता है। इसके लिए Google कुछ Algorithm का इस्तेमाल करता है, जो कुछ parameters के मुताबिक काम करते हैं। जिनमें से कुछ हैं content age, Content keyword, content पेज title।
पेज ranking के लिए Google के 200 factors होते हैं, जिनके जरिए यह पता लगाया जाता है कि search करने पर पेज को किस position पर दिखाया जाए। रैंक algorithm को समझ पाना बहुत मुश्किल है। क्योंकि 1 billion web pages में से कौन सी Google सर्च करके पहले पेज में दिखाई जाएगी, यह तय करना मुश्किल है। वैसे तो Ranking factors को hack करने के लिए कई Hackers अपना दिमाग लगा रहें हैं।
पहले ranking का अंदाज़ा कितनी बार post में keyword इस्तेमाल किया गया है और backlink कितने हैं, इससे आसानी से site को rank किया जा सकता था। अब कुछ सालों से Google ranking factors को ढूंढना बहुत मुश्किल हो गया है। हर साल Google अपना algorithm बदल रहा है। क्योंकि Google उन sites को पहले आने का मौका देता है जो सच में मेहनत कर रहे हैं। कुछ इस तरह से यह तीन steps में search engine काम करता है।
सर्च इंजन का इतिहास बहुत रोचक है और इसकी शुरुआत से लेकर आज तक का सफर अद्वितीय है।
Alan Emtage का प्रोजेक्ट: सबसे पहला सर्च इंजन “Archie” का नाम था, जो कि 1990 में McGill University के एक छात्र Alan Emtage द्वारा बनाया गया था। यह प्रोजेक्ट उनकी शिक्षा के दौरान किया गया था और यह इंटरनेट पर पहला सर्च इंजन के रूप में माना जाता है।
Excite: Excite एक और महत्वपूर्ण सर्च इंजन है जिसकी शुरुआत 1993 में हुई थी। इसे स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी के छात्रों ने अपने परियोजना “Architext” के रूप में शुरू किया था। Excite ने क्रॉलिंग सर्च इंजन के रूप में अपना स्थान बनाया और 1995 में इसने Web-crawler और Magellan को खरीदा।
Yahoo: याहू 1994 में जेरी यांग और डेविड फिलो के द्वारा स्थापित किया गया था। यह पहले एक डायरेक्टोरी साइट के रूप में शुरू हुआ और फिर बाद में यह एक पूर्ण स्वतंत्र सर्च इंजन बन गया।
Google: गूगल 1998 में सर्जे ब्रिन और लैरी पेज द्वारा स्थापित किया गया था। यह एक नया और अद्वितीय तकनीक का उपयोग करके सर्च परिणामों को प्रदान करता है जिसका नाम “पेज रैंकिंग” है।
इस प्रकार, सर्च इंजन के इतिहास में कई महत्वपूर्ण कदम लिए गए हैं, जो इंटरनेट के उपयोगकर्ताओं को विश्वसनीय और सही जानकारी प्रदान करने में मदद करते हैं।
सर्च इंजन एक ऑनलाइन टूल है जो उपयोगकर्ताओं को इंटरनेट पर विभिन्न विषयों और जानकारी को खोजने में मदद करता है। यह टूल उपयोगकर्ताओं के द्वारा दी गई कीवर्ड्स या खोज क्वेरी का अनुगमन करता है और उसके आधार पर विभिन्न वेबसाइट्स और डेटा को प्रस्तुत करता है। इसके लिए सर्च इंजन वेब के असीमित डेटाबेस से जुड़े होते हैं और खोज क्वेरी के आधार पर सबसे प्रासंगिक जानकारी को प्रस्तुत करने का प्रयास करते हैं। उपयोगकर्ता उस जानकारी को ब्राउज़ करते हैं और उपयुक्त वेबसाइट पर क्लिक करके अधिक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
गूगल, जिसे Alphabet Inc. की सूची का हिस्सा माना जाता है, एक अमेरिकी मल्टीनेशनल टेक्नोलॉजी कंपनी है। गूगल को 1998 में स्थापित किया गया था और यह इंटरनेट सेवाओं, ऑनलाइन विज्ञापन, वेब होस्टिंग, सॉफ्टवेयर, हार्डवेयर, और अन्य संबंधित उत्पादों और सेवाओं की पेशकश करता है। गूगल का मुख्यालय माउंटेन व्यू, कैलिफोर्निया में स्थित है।
गूगल खोज इंजन, जो उपयोगकर्ताओं को वेब पर सामग्री खोजने की सेवा प्रदान करता है, उसका उपयोग दुनियाभर में लाखों लोग करते हैं। गूगल का मुख्य वेब साइट www.google.com है, जहाँ से उपयोगकर्ता किसी भी विषय या विषय पर खोज कर सकते हैं और प्राप्त नतीजों को देख सकते हैं। गूगल खोज इंजन की पूर्वानुमानित लाभांकशीलता का कारण है कि यह अधिकांश उपयोगकर्ताओं की पहली पसंद है। गूगल के अलावा, कंपनी अन्य उत्पादों और सेवाओं को भी प्रदान करती है जैसे कि गूगल च्रोम वेब ब्राउज़र, गूगल ड्राइव ऑनलाइन डेटा संग्रह और साझाकरण सेवा, गूगल डॉक्स ऑनलाइन दस्तावेज़ प्रोसेसिंग सेवा, और गूगल अडवर्ड्स ऑनलाइन विज्ञापन सेवा।
Google एक अद्वितीय तकनीकी उत्पाद है जो इंटरनेट पर जानकारी खोजने के लिए सबसे लोकप्रिय तरीका है। यह एक सर्च इंजन है जिसका उपयोग विश्वभर में बहुत अधिक किया जाता है। गूगल को 1998 में Stanford University के दो छात्रों लैरी पेज और सर्गे ब्रिन ने बनाया था। इसका उद्देश्य उपयोगकर्ताओं को विश्व की जानकारी को एकत्रित करने में मदद करना था।
गूगल का नाम
एक अंधविश्वासी शब्द “googol” से लिया गया है, जो एक 1 के बाद 100 शून्यों का संख्यात्मक मान होता है। इसे उन्होंने उस अविश्वसनीय ताकत की संख्या के रूप में चुना जो गूगल के सर्च इंजन के जरिए अनगिनत जानकारियों का विवरण देता है।
गूगल के सर्च इंजन के पीछे एक विशेष तकनीकी एल्गोरिदम होता है जिसे पैजरैंक नामक एल्गोरिदम कहा जाता है। यह एल्गोरिदम पृष्ठों को उनके महत्व के आधार पर श्रेणीबद्ध करता है जिससे प्रयोक्ताओं को सबसे उपयुक्त पृष्ठ प्रदर्शित किए जा सकते हैं।
Google ने आजकल विभिन्न वेब सेवाओं के अलावा ईमेल, अभिगम, मानचित्र, समाचार, वीडियो शेयरिंग, और अन्य कई सेवाओं को भी प्रदान करना शुरू किया है। गूगल एक बहुमुखी तकनीकी कंपनी है जिसने अपने उत्पादों और सेवाओं के माध्यम से इंटरनेट की दुनिया में अद्वितीय धारा बनाई है।