Tally एक प्रमुख लेखा सॉफ़्टवेयर है जो व्यापारिक डेटा को प्रबंधित करने के लिए उपयोग किया जाता है। यह सॉफ़्टवेयर विभिन्न कार्यों में मदद करता है जैसे कि लेन-देन को रिकॉर्ड करना, बिल तैयार करना, इन्वेंटरी का ट्रैक करना, और वित्तीय रिपोर्ट तैयार करना। Tally उपयोगकर्ता को बहुत ही अनुकूल होता है और छोटे और बड़े व्यापारों के लिए विभिन्न सुविधाएं प्रदान करता है।
Tally को जानने के लिए आपको एक अच्छे कंप्यूटर इंस्टिट्यूट में जाना चाहिए जहाँ आपको टैली कंप्यूटर कोर्स की प्रशिक्षण प्राप्त होगी। Tally करने के फायदे के बारे में अगर आपको जानकारी नहीं है तो आप चिंता न करें। हम आज इसी विषय पर चर्चा करेंगे।
Tally एक लेखा सॉफ़्टवेयर है जो व्यापारिक डेटा को प्रबंधित करने के लिए उपयोग होने वाला प्रमुख ऐप्लिकेशन है। आइए जानते हैं कि Tally किसे कहते हैं और Tally सीखने की प्रक्रिया क्या है। इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको इसके बारे में विस्तार से बताएंगे। तो चलिए अब जानते हैं कि वास्तव में Tally ERP 9 क्या है।
टैली क्या है – What is Tally in Hindi
Tally एक बहुत ही उपयोगी लेखा सॉफ़्टवेयर है जो व्यवसायियों को उनके वित्तीय प्रबंधन में सहायता प्रदान करता है। यह वित्त (finances) का प्रबंधन करने में मदद करता है और उसमें एक सरल और सहज इंटरफ़ेस होता है, जो व्यवसाय के वित्तीय प्रदर्शन को रीयल-टाइम में अपडेट करता है। टैली के ये सुविधाएँ इसे छोटे व्यवसायों के लिए सर्वोत्तम लेखा साधन में बनाती हैं। Tally का मुख्य उद्देश्य पैसे की गणना, प्रबंधन, और संरक्षण है। इसके अतिरिक्त, यह रिकॉर्ड रखता है कि उत्पाद कहाँ से खरीदा गया है, उसकी कीमत, और कितने में खरीदा गया है।
किसी समय पहले, लोग अपने व्यवसायिक लेन-देन को हाथ से लिखकर दस्तावेज़ों में रखते थे। लेकिन आज के समय में ऐसा करना पुरानी बात हो गई है। अब सभी प्रकार के व्यवसायों में कंप्यूटर का प्रयोग किया जाता है और वित्त से जुड़े कई सॉफ़्टवेयर में, Tally सबसे अधिक उपयोग किया जाता है।
कंप्यूटर में लेखांकन के काम के बारे में बात करते समय, सबसे पहला नाम जो ध्यान में आता है, वह है Tally। लेखांकन में विभिन्न प्रकार के पेचीदा गणना करना होता है, जिसे कंप्यूटर में सॉफ़्टवेयर के बिना नहीं किया जा सकता। इस तरह के जटिल हिसाब-किताब के लिए ही Tally का उपयोग किया जाता है।
जानकारी के लिए बता दूं कि Tally का उपयोग भारत के साथ-साथ कई अन्य देशों में भी होता है। यह सॉफ़्टवेयर अनेक कंपनियों और लेखांकन संबंधित व्यक्तियों के लिए एक आवश्यक सहायक है।
लेकिन Tally की शुरुआत कैसे हुई, यह जानने वाले बहुत कम लोग होंगे। अब आपको समझ में आ गया होगा कि इसकी महत्ता क्या है, लेकिन इसकी आवश्यकता कब पड़ी, यह बात चलिए आगे जानते हैं।
टैली का पूरा नाम है :-
“ट्रांसक्शन्स एलाउड इन ए लीनियर लाइन यार्ड्स”। यह एक सॉफ़्टवेयर है जो छोटे व्यापारिक उद्यमियों को उनके वित्तीय संचालन की सहायता के लिए प्रयोग किया जाता है। इसका इंटरफ़ेस बहुत ही सरल होता है और वास्तविक समय में कंपनी के वित्त संचालन का अपडेट प्रदान करता है। ये सभी विशेषताएँ टैली को छोटे व्यापारों के लिए सबसे अच्छा लेखांकन उपकरण बनाती हैं।
टैली आपको बिक्री और व्यय को ट्रैक करने में कैसे सहायता प्रदान करता है, इसके बारे में विस्तृत जानकारी के लिए हम आगे बढ़ेंगे।
टैली एक मुफ्त और सरल लेखांकन सॉफ़्टवेयर है। यह आपको अपने व्ययों और बिक्री को प्रबंधित करने में सहायक होता है, जिससे आप अपने व्यवसाय के वित्त पर नज़र रख सकते हैं। यह साधारण व्यवसायों, फ्रीलांसरों और किसी भी व्यक्ति के लिए उपयुक्त है, जो अपने वित्त का प्रबंधन करना चाहते हैं।
टैली एक सरल इंटरफ़ेस प्रदान करता है जो लेखांकन सॉफ़्टवेयर में नवीनतम कौशल न रखने वाले व्यक्तियों के लिए भी उपयोग करना आसान बनाता है। इसमें शक्तिशाली सुविधाएं हैं जैसे कि आपकी कंपनी के प्रदर्शन पर रिपोर्ट बनाने की क्षमता, जो आपको अपने व्यावसायिक निर्णयों में मदद कर सकती है।
टैली का इतिहास:-
मैंने पहले ही बताया है कि टैली का निर्माण भारत के बैंगलोर स्थित कंपनी में हुआ था, जिसे पहले “प्यूट्रॉनिक्स” के नाम से जाना जाता था। क्या आप जानते हैं कि टैली के जनक कौन हैं?
सन् १९८६ में श्याम सुंदर गोयनका और उनके बेटे भारत गोयनका ने मिलकर टैली का विकास किया। उस समय, श्याम सुंदर गोयनका एक कंपनी चलाते थे, जो दूसरे प्लांट्स और टेक्सटाइल मिलों को कच्चा माल और मशीन पार्ट्स आपूर्ति करती थी। इस कारोबार को प्रबंधित करने के लिए उनके पास कोई सॉफ़्टवेयर नहीं था, जिससे वह अपने हिसाब किताब को आसानी से संभाल सकें।
तब उन्होंने अपने बेटे से कहा कि एक सॉफ़्टवेयर बनाएं जिससे हम अपना व्यापार आसानी से प्रबंधित कर सकें। भारत गोयनका, जो गणित में स्नातक थे, ने लेखांकन एप्लीकेशन के लिए पहला संस्करण एमएस-डॉस एप्लीकेशन के रूप में लॉन्च किया। इसमें केवल मौलिक लेखांकन कार्य होते थे, और इसका नाम “प्यूट्रॉनिक्स फाइनेंशियल एकाउंटेंट” रखा गया।
1988 | 1988 में इस प्रोडक्ट का नाम बदलकर पहली बार Tally रखा गया. |
1999 | 1999 में इस कंपनी ने formally कंपनी का नाम बदलकर Tally Solutions रखा. |
2001 | 2001 के साल में Tally के नए संस्करण यानि Tally 6.3 को लांच किया गया। ये संस्करण से थोड़ा एडवांस था क्यों की इस में Accounting के अलावा Educational उद्देश्य से उपयोग करने की योग्यता थी। इसके साथ इस में License की सुविधा भी दी गई. |
2005 | सन 2005 में Tally को और भी अच्छा डिज़ाइन के साथ बाजार में उतारा गया जिसमे सबसे मुख्या फीचर था Value Added Taxation (VAT)। जो की भारतीय कस्टमर्स के लिए बहुत उपयोगी था। ये Tally 7.2 version था. |
2006 | 2006 में Tally के 2 version को release किया गया जिनमे से एक Tally 8.1 था और दूसरा Tally 9। ये Tally के maultilingual version थे. |
2009 | 2009 में इस कंपनी ने Tally ERP 9 एक Business management solution रिलीज़ किया. |
2016 | 2016 में GST Server और Tax Payers के बिच में interface के रूप में GST सुविधा प्रदान करने के लिए Tally Solutions को चुना गया और 2017 में कंपनी ने बिलकुल अपडेटेड GST Compliance Software लांच किया. |
टैली कोर्स करने के लाभ
टैली एक सामान्य लेखा सॉफ्टवेयर है जिसका उपयोग किसी व्यवसाय के वित्तीय लेन-देन को ट्रैक करने के लिए किया जा सकता है। यह सॉफ्टवेयर उपयोग में सरल है और इसमें कई लाभ होते हैं। इसके कुछ प्रमुख लाभ निम्नलिखित हैं:
- टैली का उपयोग करना सरल है और इसके लिए किसी प्रशिक्षण की आवश्यकता नहीं होती, जो इसे नए उद्यमियों के लिए एक अच्छा विकल्प बनाता है।
- यह सॉफ्टवेयर विभिन्न भाषाओं में उपलब्ध है और किसी भी देश के उपयोगकर्ता इसका उपयोग कर सकते हैं।
- टैली का एक नि:शुल्क परीक्षण संस्करण है जो उपयोगकर्ताओं को संपूर्ण संस्करण की खरीद पर पहले सुविधाओं और कार्यक्षमता को समझने में सहायक हो सकता है।
- सॉफ्टवेयर कई तृतीय पक्ष अनुप्रयोगों जैसे कि क्विकबुक्स, ज़ीरो, पेपाल आदि के साथ एकीकृत होता है।
टैली वर्जन – टैली कितने प्रकार के होते हैं?
टैली लेखा सॉफ्टवेयर क्षेत्र में अग्रणी है। कंपनी हर साल अपने प्रोडक्ट के नए वर्जन लेकर आती है। टैलीप्राइम कंपनी का नवीनतम संस्करण है, जो छोटे और मध्यम उद्यमों के लिए क्लाउड-आधारित लेखा समाधान है।
Tally Version | Release Date |
Tally 4.5 | 1990 |
Tally 5.4 | 1996 |
Tally 6.3 | 2001 |
Tally 7.2 | 2005 |
Tally 8.1 | 2006 |
Tally 9 | 2006 |
Tally ERP 9 | 2009 |
Tally Prime | 2020 |
Tally Prime 2.0 | 2022 |
Tally Prime 3.0 | 2023 |
Tally Prime 4.0 | 2024 |
टैली कोर्स में क्या क्या सिखाया जाता है?
Tally Course का पाठ्यक्रम पाँच अंशों में विभाजित किया गया है:
- Tally Basics – इस खंड में अकाउंटिंग की मूल बातें शामिल हैं, जैसे कि डबल-एंट्री अकाउंटिंग, डेबिट और क्रेडिट, और अकाउंट।
- लेखांकन सॉफ़्टवेयर – इस भाग में, टैली के विभिन्न विशेषताओं पर विस्तार से चर्चा की जाती है, जैसे कि इसका इंटरफेस और रिपोर्टिंग सुविधाएँ।
- Financial Details – इस खंड में छात्रों को वित्तीय विवरणों को पढ़ने और समझने के तरीके सिखाया जाता है।
- व्यवसाय विश्लेषण – यह खंड विद्यार्थियों को उनके व्यवसाय को बेहतरीन रूप से समझने में मदद करता है, जिसमें पूर्वानुमान, ब्रेक-ईवन विश्लेषण, और लागत की अनुमान जैसी व्यावसायिक विश्लेषण तकनीकों का उपयोग किया जाता है।
- लेखा प्रणालियाँ – इस अंतिम खंड में, वैट, जीएसटी, और टीडीएस जैसी लेखा प्रणालियों को विस्तार से शामिल किया गया है, जहां उपयोगकर्ताओं को भारत में लागू होने वाले लेखा मानकों का उपयोग करके उनकी गणना करने की विधि को जानने में मदद मिलती है।
टैली कैसे सीखे?
इस सॉफ्टवेयर को सीखने के कई तरीके हैं। आप किसी संस्थान से कोर्स कर सकते हैं, या आप इसे इंटरनेट से सीख सकते हैं, या फिर आप इसे YouTube वीडियो से भी सीख सकते हैं।
टैली के बेसिक फंक्शनों को सिखने के बाद, आपको इस पर काम करने में मज़ा आने लगेगा।
इस प्रकार, टैली सीखने से आप व्यवसायिक लेन-देन के क्षेत्र में नए उच्चारण और ज्ञान को बढ़ा सकते हैं।
टैली का जनक कौन है?
Tally को 1986 में श्याम सुंदर गोयनका और उनके पुत्र भारत गोयनका द्वारा स्थापित किया गया था। दोनों ही भारत के नागरिक हैं और टैली का मुख्यालय भारत में बंगलौर, कर्नाटक में स्थित है।